किसान व पशुपालकों की मेहनत का कोई मुकाबला नही है: रणजीत चौटाला

किसान व पशुपालकों की मेहनत का कोई मुकाबला नही है: रणजीत चौटाला

668
0
SHARE

पशु मेले के आयोजन का मुख्य मकसद पशुपालकों को नई-नई जानकारी देना है: जेपी दलाल

भिवानी, 26 फरवरी। देश तंत्र बयूरो: (जोगिन्दर लोहट) प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि किसान/पशुपालक अपनी कड़ी मेहनत से अन्न पैदा करता है। इनकी मेहनत का कोई मुकाबला नहीं है। किसान व पशुपालकों को भी सर्वश्रेष्ठ स्थान मिलने पर खिलाडिय़ों की तरह भारी राशि ईनाम के रूप में मिलनी चाहिए और इसके लिए वे कृषि मंत्री जेपी दलाल के साथ मिलकर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से सिफारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान का दर्जा सबसे ऊंचा इसलिए है कि कुछ दिन अन्न शरीर में नही जाने से आदमी का शरीर जवाब देने लगता है और यही जीवन का अंतिम ज्ञान है।

बिजली मंत्री श्री चौटाला ने शनिवार को भिवानी में आयोजित 38 वें राज्य स्तरीय पशु मेले के दूसरे दिन सायंकालीन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। संबोधन से पहले उन्होंने पशु मेले का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पशुपालकों से पशुओं के खान-पान क बारे मेें विस्तार से जानकारी ली और उनका हौसला बढाया। अपने संबोधन में श्री चौटाला ने कहा कि पूरी दुनिया की बात की जाए सबसे अधिक आबादी भारत में खेती करती है। किसान देश के लोगों का पेट भरने का काम करता है। इसी प्रकार से पशुपालक दूध उत्पादन का काम करता है। उन्होंने कहा कि किसान और पशुपालक की आय को बढाना जरूरी है और इसी कड़ी में प्रदेश के कृषि मंत्री श्री दलाल के द्वारा कृषि, पशुपालन, बागवानी और मच्छली पालन आदि में अनेक योजनाएं लागू की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मच्छली पालन को बढावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेती की नई तकनीक को अपनाना होगा, नई तकनीक को अपनाकर करोड़पति बन सकते हैं। उन्होंने श्री दलाल को अगले साल सिरसा में राज्य स्तरीय पशु मेले का आयोजन करने का निमंत्रण दिया।
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री दलाल ने कहा कि पशुपालकों की आय को बढाने  व उनको खेती व पशुपालन की नई-नई जानकारी देने के मकसद के चलते ही राज्य स्तरीय पशु मेले का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पशु मेला पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा। श्री दलाल ने कहा कि उनका प्रयास है कि खेती को जोखिम फ्री किया जाए। किसान की आय को बढाया जाए। उन्होंने कहा कि किसान को साहूकार के चंगुल से निकाला जाएगा, ताकि किसान व पशुपालक के घर में समृद्धि आए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व मेें किसानों/पशुपालकों के लिए नई-नई योजनाओं को लागू किया जा रहा है। किसानों को परंपरागत खेती की बजाय बागवानी, फल-फूल, सब्जी उत्पादन, पशुपालन व मछली व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पशुपालक इस मेले से नई-नई जानकारी लेकर अधिक दूध उत्पादन वाले उत्तम नस्ल के पशु पालें।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, गढवासू यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. इंद्रजीत, लुआस के वीसी डॉ. विनोद वर्मा, डीसी आरएस ढिल्लो, एडीसी राहुल नरवाल, निदेशक डॉ. विरेंद्र लोरा, पशुधन विकास बोर्ड के एमडी डॉ. एसके बागोरिया, एसडीएम भिवानी महेश कुमार, एसडीएम सिवानी संदीप अग्रवाल, एसडीएम मनीष फौगाट, एसडीएम लोहारू जगदीश चंद्र, उप निदेशक डॉ. सुखदेव राठी, डॉ. तजेंद्र राणा, डॉ. समुंद्र सिंह, डॉ. विरेंद्र राठी, डॉ. विनोद श्योराण, डॉ. विरेंद्र भालोठिया, निजी सचिव जेपी दूबे सहित अनेक पशु विशेषज्ञ व हजारों पशुपालक व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
बॉक्स
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने पशु मेले में किया मेरी पॉलिस-मेरे हाथ योजना का शुभारंभ
राज्य स्तरीय पशु मेले के दौरान कृषि मंत्री श्री दलाल ने मेरी पॉलिस-मेरे हाथ योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान कृषि मंत्री श्री दलाल वीसी के माध्यम से प्रदेशभर के सभी जिलों के कृषि अधिकारियों के साथ जुड़े और अपना संदेश व जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान कृषि विभाग एसीएस सुमिता मिश्रा व निदेशक हरदीप सिंह भी वीसी के साथ जुड़े। कृषि मंत्री श्री दलाल ने जिला के 15 किसानों को फसल बीमा योजना की पॉलिसी प्रदान की। कृषि मंत्री श्री दलाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश फसल बीमा योजना में अग्रणी है। प्रदेश में 78 लाख से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ मिला है। 4200 करोड़ रुपए से अधिक राशि किसानों को खराबे से हुए नुकसान के मुआवजे के रूप में दी है। उन्होंने कहा कि इस योजना से किसानों को सीधा फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा करवाने वाले सभी किसानों को ये पॉलिसी वितरित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आत्म निर्भर बनाना व उनकी आय को बढाना है। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त आरएस ढिल्लो, संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र सिहाग, कृषि उप निदेशक डॉ. आत्मा राम गोदारा, डॉ. सर्वजीत सिंह व सुरेंद्र सिंह सहित विभाग के अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY