भिवानी, 12 जुलाई भारत भूमि (जोगिन्दर महर्षि): शहर को स्वच्छ बनाने में स्वच्छता प्रहरियों की अहम भूमिका मानी जाती है। लेकिन वे ही स्वच्छता प्रहरी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से संघर्षरत्त है तथा अब सफाई कर्मचारी सरकार पर उनकी मांगों के प्रति अनदेखी वाला रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सख्त नजर आ रहे है तथा चेतावनी दे रहे कि यदि जल्द ही उनकी मांगे नहीं मानी तो इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता की कुर्सी से गिराने का काम करेंगे। इसी कड़ी में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को काले झंडे लेकर, काले बिल्ले लगाकर व उल्टी झाडू लेकर शहर में प्रदर्शन किया तथा डीएमसी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को मांगपत्र सौंपा। इस दौरान सफाई कर्मचारियों के लिए दिन में चार समय हाजिरी लगाने के जो नियम थौंपे है, उसकी भी प्रतियां जलाकर विरोध जताया।
इस मौके पर नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश सचिव पुरूषोत्तम दानव ने कहा कि सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों पर थौंपे गए काले कानूनों के विरोध में उन्होंने शहर में प्रदर्शन करते हुए 24 सूत्रीय मांगपत्र मुख्यमंत्री के नाम सौंपा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सफाई कर्मचारियों द्वारा कई बार सरकार को मांगपत्र सौंपकर उनकी मांगों से अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन सरकार इस कदर कर्मचारी विरोधी नीति अपनाए हुए है कि उनकी मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। जिसके चलते सफाई कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि 21 जुलाई को रोहतक में प्रदेश स्तरीय कर्मचारी कन्वेंशन आयोजित होगी यदि फिर भी सरकार उनकी मांगों को मानने में आनाकानी करेगी तो सफाई आर-पार की लड़ाई लडऩे को मजबूर होंगे तथा कर्मचारी भाजपा को अपनी ताकत दिखाते हुए इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का काम करेंगे।
पुरूषोत्तम दानव ने कहा कि सफाई कर्मचारी को पक्का करने, ठेका प्रथा बंद करने, गुरूग्राम में हुटाए गए 3480 सफाई कर्मचारियों को पुन: बहाल करने, सफाई कर्मचारी नेताओं पर बनाए गए झूठे मुकदमों को वापिस लिए जाने, सफाई कर्मचारियों के लिए 4 टाईम हाजिरी लगाने के नियम को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए सहित 24 सूत्रीय मांगपत्र मुख्यमंत्री के नाम सौंपा है। दानव ने कहा कि सफाई कर्मचारी वर्ष 2014 से पक्के रोजगार की बाट देख रहे है, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते वे कच्चे कर्मचारी ही सेवानिवृत्त हो रहे है। इस अवसर पर विजय कुमार, रविंद्र, कुलदीप, मोहन, सुनील, कुलवीर, सतबीर सिंह, राजेंद्र, भीम सिंह, विनोद, महिपाल सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।