क्या है डिजिटल बिज़नेस कार्ड ! ये कैसे बिज़नेस को बढ़ाता है...

क्या है डिजिटल बिज़नेस कार्ड ! ये कैसे बिज़नेस को बढ़ाता है ?

1125
0
SHARE

भारत भूमि ब्यूरो रिपोर्ट (29-09-2022)

भारत में पैनडेमिक की वजह से ऑनलाइन मोड में काम करने की आदि हो चुकी इस पीढ़ी को अब हर कुछ डिजिटल चाहिए, फिर चाहें शॉपिंग हो या नौकरी, या फिर पढ़ायी, बिज़नेस चाहे छोटा हो या बड़ा. अब तो दूर दराज के रिश्तेदार शादी-ब्याह से लेकर अंत्येष्टि तक में ऑनलाइन जुड़ कर अपना फर्ज निभा रहे हैं. ऐसे में कोई भला पीछे क्यों रहे। इसी श्रंखला में प्रिंटेड विजिटिंग कार्ड की जगह अब डिजिटल बिज़नेस कार्ड ने ले ली है जो सभी व्यापारियों के लिए फायदेमंद साबित होता दिख रहा है। इसके बनाने का बाद कस्टमर्स तो बढ़ते है है साथ ही साथ आपकी डिजिटल दुनिया में उपस्थिति भी दर्ज होती है।

डिजिटल बिजनेस कार्ड या आपकी बिज़नेस प्रोफाइल आपके मौजूदा विजिटिंग कार्ड का सॉफ्ट वर्जन होता है. इसे आप इंटरनेट के माध्यम से किसी से भी शेयर कर सकते हैं. डिजिटल बिजनेस कार्ड में आपका नाम, पता, कंपनी का नाम, आपका पद,  कॉन्टैक्ट, सोशल मीडिया एकाउंट, वेबसाइट, कॉन्टैक्ट डिटेल, फोटो, वीडियो, प्रोडक्ट्स, सर्विसेज आदि जानकारियां होती हैं.

किया अंतर है प्रिंटेड विजिटिंग कार्ड व डिजिटल बिजनेस कार्ड में

  • जानकारी सुरक्षित रखना है आसान: पेपर वाले विजिटिंग कार्ड को संभाल कर रखनामुश्किल होता है. इनके गुम हो जाने या फट जाने की गुंजाइश बनी रहती है. लेकिन डिजिटल विजिटिंग कार्ड के साथ ऐसा कुछ नहीं होता. इसकी जानकारी को सेव करना बहुत आसान होता है.
  • लोगों के कॉन्टैक्ट में जगह बनाना है आसान: कागज के विजिटिंग कार्ड में मौजूद जानकारियों को मैनुअली फोन के कॉन्टैक्ट में शेयर करना पड़ता है. लेकिन ई-कार्ड की जानकारियों को बस एक क्यूआर कोड स्कैन करते ही सीधे अपने फोन में सेव किया जा सकता है.
  • कार्ड की जानकारियों को अपडेट करना है आसान: अगर आपने अपनी कंपनी का पता या फोन नंबर बदल दिया तो ई-कार्ड में इन जानकारियों को फौरन बदल सकते हैं. लेकिन पेपर विजिटिंग कार्ड में बदलाव करना मुमकिन नहीं. आपको दोबारा नए कार्ड प्रिंट कराने पड़ेंगे जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी तय है.
  • फर्स्ट पार्टी डाटा की जानकारी: आप क्यूआर कोड एनालिटिक्स (QR Code Analytics) की मदद से यह पता लगा सकते हैं कि आपके इ-कार्ड को लेने वाले कितने लोगों ने असल में आपके कार्ड को स्कैन कर अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव किया. लेकिन पेपर वाले विजिंट कार्ड को लेने वाले कितने लोगों ने आपका नाम और नंबर अपने फोन में सेव किया, यह आप नहीं जान पाएंगे.
  • पॉकेट और इको फ्रेंडली: इंटरनेट पर कई वेबसाइट ऐसे हैं जिनके माध्यम से दमदार इ-बिजनेस कार्ड बना सकते हैं वह भी बिलकुल मुफ्त. इस कार्ड में बार-बार बदलाव भी कर सकते हैं. लेकिन कागज वाले विजिटिंग कार्ड पर्यावरण पर बोझ तो होते ही है, उन्हें छपवाने और उनमें बदलाव कराने पर भी ढेरों पैसे खर्च होते हैं.

इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स हैं जिनके माध्यम से आप मुफ्त में अपना डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनवा सकते हैं.

सौजन्य / साभार: ज़ी डिजिटल बिज़नेस कार्ड (www.zdigitalcard.in)

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY