भारत भूमि न्यूज़ ब्यूरो : भिवानी, 12 जुलाई, 2022 : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो०(डॉ०) जगबीर सिंह ने आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बोर्ड कार्यालय के पास तकनीकी कार्यों हेतु माइनर रिपेयर के लिए एक जे०ई० सिविल व एक मैकेनिकल कार्यरत है। उन्होंने बताया कि बड़े मरम्मत के कार्य एवं नए विकास कार्यों के लिए बोर्ड दूसरे तकनीकी विभागों पर निर्भर है, जिनसे डिपोजिट आधार पर कार्य करवाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इसी संदर्भ में बोर्ड द्वारा कुछ कार्य पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग में 05 प्रतिशत विभागीय चार्ज देते हुए वर्ष-2018 से 2022 के बीच में करवाए गए हैं। जिनमें पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग व ठेकेदार की मिलीभगत से घटिया प्रवृत्ति के कार्य किए गए तथा कुछ कार्य समय पर भी पूरे नहीें किए गए। इसके अलावा इन्हें बोर्ड को आज तक हैंडओवर नहीं किया गया, न ही सभी कार्यों के बिलों की छाया प्रतियां आज तक दी गई है। बोर्ड अध्यक्ष प्रो०(डॉ०) जगबीर सिंह द्वारा प्रेस-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री, हरियाणा सरकार से कार्यकारी अभियंता, पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी को बोर्ड के इन सभी मामलों में उचित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित करने का अनुरोध किया गया।
बोर्ड अध्यक्ष ने खुलासा करते हुए बताया कि शिक्षा बोर्ड कैम्पस में सडक़ों की मरम्मत, नई सडक़ बनवाने एवं स्ट्रीट लाईट लगवाने के लिए पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी को 11 मई, 2018 को 256.16 लाख रूपये का भुगतान किया गया। यह कार्य चिराग कंस्ट्रक्शन कम्पनी, विद्यानगर भिवानी को दिया गया था। नियम एवं शर्तोंनुसार अप्रैल-2019 तक पूर्ण करवाया जाना था, लेकिन कार्य पूर्ण होने की सूचना 08 जून, 2021 को दी। इस कार्य की शेष बची हुई राशि 39.97 लाख रूपये सम्बन्धित विभाग में पैंडिंग है। पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी द्वारा बोर्ड कार्यालय को अभी तक इस कार्य का यूटिलाईज सर्टिफिकेट व शेष बची हुई राशि जमा नहीं करवाई गई है।
उन्होंने आगे बताया कि इसके अतिरिक्त बोर्ड कैम्पस में डी-कैटेगरी के 36 कवार्टरों की स्पेशल रिपेयर का कार्य विनोद कुमार, ठेकेदार, भिवानी को दिया गया था। इस कार्य के लिए पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी को 67.45 लाख रूपये की राशि दिनांक 02 अगस्त, 2019 को भेजी गई थी, यह कार्य 19 अगस्त, 2020 तक पूर्ण किया जाना था, परन्तु विभाग को बार-बार पत्राचार करने के बावजूद भी अभी तक कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। विभाग द्वारा अभी तक जो कार्य किया गया है, उसमें भी काफी कमियां पाई गई हैं।
इसके अतिरिक्त बोर्ड कैम्पस में स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्कूल के भवन की छत बदलने व विशेष मरम्मत का कार्य अशोक कुमार गर्ग, गवर्नमेंट कांट्रेक्टर, भिवानी को दिया गया था। इस कार्य के लिए 105.20 लाख रुपये की राशि 03 अक्टूबर, 2019 को पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी को भेजी गई थी, यह कार्य जुलाई-2021 तक पूर्ण किया जाना था, परन्तु आज तक कार्य पूर्ण होने की सूचना नहीं दी गई।
डॉ. सिंह ने बताया कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्कूल की छत के निर्माण में लगे कंक्रीट के सैंपल बिल, यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट व बची हुई राशि के बारे में कोई सूचना अभी तक नहीं दी गई है। छत में टाईल ट्रेसिंग, पानी निकालने के पाइप इत्यादि के कार्य भी ठीक नहीं किए गए, जिसके कारण सीलन से किया गया पेंट भी खराब हो रहा है। इसके अतिरिक्त कोटा स्टोन, पहले से बने प्लिंथ प्रोटेक्शन, बीच में बने सीमेंट रास्ता भी तोड़ दिया गया जिसको ठीक नहीं किया गया। नए लगाए गए गलास पर मसाला जमा हुआ हैं, जिनको साफ या ठीक नहीं करवाया गया है।
उन्होंने बताया कि इस कार्य में प्रयोग किए गए मैटेरियल की सैम्पल टेस्टिंग रिपोर्ट व बिलों की छायां प्रतियां बोर्ड कार्यालय को नहीं भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि इन कार्यों के संदर्भ में बार-बार पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी को पत्राचार किया गया, लेकिन विभाग द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा। इसके अतिरिक्त बोर्ड कार्यालय द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार, पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, चण्ड़ीगढ को भी पंजीकृत डाक व ई-मेल के माध्यम से सम्बन्धित विभाग को निर्देशित करने हेतु अनुरोध किया जा चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि उक्त कार्यों के अतिरिक्त बोर्ड की 3332 फुट चार-दिवारी की मरम्मत कार्य अमित कुमार, कांट्रेक्टर द्वारा किया गया। इस कार्य के लिए 26 जुलाई, 2019 को 26.43 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। सम्बन्धित विभाग ने 19 मार्च, 2021 को पत्र के माध्यम से बताया कि बोर्ड कार्यालय की 3.32 लाख रुपये की राशि बकाया है, जो कि आज तक बोर्ड कार्यालय को वापिस नहीं की गई।
इसके साथ-साथ बोर्ड कैम्पस में फोरलेन सडक के दोनो तरफ फुटपाथ बनवाने के लिए अमित कुमार, कांट्रेक्टर को कार्य दिया गया। इस कार्य के लिए 19.70 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। इस कार्य के लगभग 7.50 लाख रुपये शेष हैं, जो कि आज तक बोर्ड कार्यालय को वापिस नहीं किए गए हैं।
डॉ. सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि इन कार्यों के संदर्भ में शिक्षा बोर्ड द्वारा समय-समय पर पी.डब्लू.डी. (बी एंड आर) विभाग, भिवानी के कार्यकारी अभियंता को बैठक में भाग लेने हेतु पत्राचार किया गया, लेकिन उन द्वारा नव-नियुक्त कनिष्ठ अभियंता को बैठक के लिए भेज दिया जाता है, जिन द्वारा कार्यवाही के नाम पर केवल आश्वासन दे दिया जाता है।