भारत-भूमि, जोगिंदर महर्षि, भिवानी 30 सितंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को भी कांग्रेस को खूब लताड़ा। बोले कि 500 वर्ष का इंतजार समाप्त हुआ और 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी के करकमलों से भगवान श्रीरामलला अयोध्या धाम में विराजमान हो गए। देश व दुनिया आनंदित है, लेकिन घड़ियालू आंसू बहा रही बदनसीब कांग्रेस को इससे भी नफरत है। यही अंतर राम की संस्कृति व रोम की संस्कृति में है। राम की संस्कृति में पला-बढ़ा व्यक्ति प्रभु श्रीराम की मर्यादा का पालन करते हुए 500 वर्ष तक निरंतर लड़ता रहा। प्रभु राम अयोध्या धाम में विराजमान हो गए, लेकिन रोम की संस्कृति में पले-बढ़े बदनसीब ‘एक्सीडेंटल हिंदु’ इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। एक्सीडेंटल हिंदु देश और जनता के प्रति कभी ईमानदार नहीं हो सकते। राम भारत के प्रतीक हैं। जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हरियाणा में चार जनसभा की। उन्होंने बवानी खेड़ा से कपूर वाल्मीकि, हांसी से विनोद भयाना, नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु, सफीदों से रामकुमार गौतम व पंचकूला से ज्ञानचंद गुप्ता, कालका से शक्तिरानी शर्मा को जिताने की अपील की।