पशुधन प्रदर्शनी के हाल में लगी स्टालों पर मिल रही है स्कीमों...

पशुधन प्रदर्शनी के हाल में लगी स्टालों पर मिल रही है स्कीमों की जानकारी

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बेहतर प्रोडेक्ट लेकर आई है हैफेड, वीटा, लुवास
भिवानी, 25 फरवरी। देश तंत्र बयूरो: (जोगिन्दर लोहट) भिवानी सैक्टर के सामने ग्राऊंड में आयोजित 38 वीं पशु प्रदर्शनी में विभागों व निजी कम्पनियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी आगंतुकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। कार्यक्रम में प्रदर्शनी के लिए अलग से दो पंाडाल लगाए गए हैं, जिनमें पशुपालकों व किसानों के लिए सरकारी विभागों, फर्टीलाईजर व फीड कम्पनीयों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है।
हैफेट, वीटा व लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा विश्विद्यालय के प्रोडक्ट लुभा रहे आगंतुकों को कार्यक्रम के पहले दिन पशु प्रदर्शनी में सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में सुबह से ही भारी संख्या में लोगों की भीड़ आनी शुरू हो गई।  हैफेड का सरसों तेल, चावल, दाल इत्यादि, वीटा का घी, बटर स्कोच वाला दूध और लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय हिसार के घी, दूध, पनीर से बने प्रोडक्ट नागरिकों को बहुत पसंद आए। प्रदर्शनी में आने वाले नागरिक अलग-अलग विभागों व निजी कम्पनियों की स्टालों का बड़ी उत्सुकता के साथ अवलोकन करते नजर आए।
फीड व पशुधन बीमा योजना
प्रदर्शनी में पशुपालक अपने पशुओं के लिए फीड कम्पनियों द्वारा लगाई गई स्टालों पर संतुलित आहार के बारे में पूछ रहे थे। हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड द्वारा लगाई गई स्टाल पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना की जानकारी भी कई लोगों ने ली। राष्टï्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुधन बीमा योजना का संचालन केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से किया जा रहा है। प्रदेश में वर्ष 2021 तक तीन लाख से अधिक पशुपालकों ने लगभग 6 लाख 43 हजार पशुओं को बीमा करवार एक नया आयाम स्थापित किया है।
हैफेड की नैनो यूरिया प्रदर्शनी में इफको द्वारा लगाई गई स्टाल पर इफको नैनो यूरिया मुख्य आकर्षण का केन्द्र बनी। इफको नैनो यूरिया नैनो तकनीक पर आधारित एक अनूठा उर्वरक है जो विश्व में पहली बार इफको द्वारा विकसित किया गया है तथा भारत सरकार द्वारा अनुमोदित है। यह सभी फसलों के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ सुरक्षित एवे पयोवरण अनुकूल व टिकाऊ खेती के लिए उपयोगी भी है। एक एकड़ में मात्र आधा लिटर के छिडक़ाव से ही फसल की पैदावार में बढोतरी होती है ।

प्रदर्शनी में पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा द्वारा मिशन-विजन-उद्देश्य पर आधारित स्टाल पर राज्य में पशुपालकों की आर्थिक समृद्घि के लिए अनुवांशिक सुधार, बेहतर पशु स्वास्थ्य सेवाएं और आम जनता के लिए पेाषण सुरक्षा प्रदान करने के लिए पशुओं की उत्पादकता में वृद्घि करना और इसके उपायों के बारे विस्तृत जानकारी दी जा रही है। स्टाल पर विशेषज्ञों द्वारा पशुपालाकों को पशुधन प्रबंधन व रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। पशुओं में होने वाली बीमारियों की रोकथाम व पशु आहार में खनिज लवणों के महत्व के बारे पशुपालकों को पूरी जानकारी दी जा रही है। पशुपालकों को प्रदर्शनी में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सुकर पालन इत्यादि व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान बारे भी पूरी जानकारी दी जा रही है।

नगाड़ा, बीन, ढोलक, तूंबे की धुन पर थिरक रहे हैं दर्शक
मेले में स्वागत का है पारंपरिक इंतजाम
भिवानी, 25 फरवरी। देश तंत्र बयूरो: (जोगिन्दर लोहट) हुडा के सामने ग्राउंड में आयोजित तीन दिवसीय पशु प्रदर्शनी में आने वाले पुरूष व महिलाएं बीन व नगाड़ों की धुन पर जमकर थिरकते नजर आए। पशु प्रदर्शनी के पहले ही दिन समारोह स्थल पर प्रदेश भर से आए पशुपालक व दर्शक हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। सडक़ पर चहल-पहल देखकर हर कोई इस मेले की ओर जाता दिखाई दिया।
तीन दिवसीय प्रदेशस्तरीय  पशुधन प्रदर्शनी में हरियाणवी लोक संस्कृति की परम्परा और लोकनृत्य से कलाकार आगतुकों का स्वागत व खैर मखदम कर रहे थे। बीन व नगाड़ा पार्टी द्वारा बजाई जा रही लोकधुनें पशुपालकों व दर्शकों के लिए मुख्य आर्कषण का केन्द्र बनी। नागरिकों ने बीन व नगाड़ा पार्टी द्वारा बजाई गई धुनों पर जमकर डांस किया और बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी अपने आप को लोक धुन पर डांस करने से रोक नहीं पाए। नागरिकों को लोकसंस्कृति से जुड़ी पारम्परिक  धुन अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। उनका कहना था कि सरकार के बड़े आयोजनों में बीन व नगाड़ा पाॢटयों के कार्यक्रम करवाना हरियाणवी संस्कृति को जीवित रखने का सराहनीय कदम है। युवा पीढी को हमारी संस्कृति से जोडक़र रखने के लिए इस प्रकार के आयोजन जरूरी हैं।
प्रदर्शनी पांडाल के सामने लगाया गया सैल्फी प्वाईंट भी किसानों के आर्कषण का केन्द्र रहा। हर कोई अपने आप को मेले से जोड़ कर अपनी यादों में संजोना चाहता दिखाई दिया। इसके साथ-साथ समारोह में आने वाले दर्शकों के लिए एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई। मेले में कृषि उपकरण किसानों के आकर्षण का केन्द्र रहे। बिजाई, कटाई, नलाई व ढुलाई से जुड़े अनेक उपकरण किसानों के लिए कौतूहल का विषय थे। हर कोई आधुनिक उपकरणों से  खेती करने को लालायितत नजर आया। पशुप्रदर्शनी 27 फरवरी, रविवार तक रहेगी। इस दौरान अनेक प्रकार की अन्य प्रतियोगिताओं को भी आयोजन किया जाएगा।

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