भिवानी का “लोकप्रिय सुपरस्पेशलिस्ट अस्पताल” नव वर्ष से प्रदान करेगा अत्याधुनिक...

भिवानी का “लोकप्रिय सुपरस्पेशलिस्ट अस्पताल” नव वर्ष से प्रदान करेगा अत्याधुनिक दिल्ली जैसी सुविधाएँ: संचालक डॉ. तुषार तंवर

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ह्दृय रोगियों को दी डॉ. हिमांशु तंवर ने हिदायत:
सर्दी के मौसम में ह्दृय रोगियों को बढ़ सकती है परेशानी, बचे तली हुई चीजों से: डॉ. हिमांशु तंवर
गर्भवती महिलाये ध्यान दे :
रक्त की कमी से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को करना चाहिए हरी सब्जियों का सेवन : डॉ. हर्षा शेखावत तंवर

भारत-भूमि ब्यूरो: भिवानी, 30 दिसंबर : स्थानीय दिनोद गेट स्थित लोकप्रिय सुपरस्पेशलिस्ट अस्पताल की प्रथम वर्षगांठ पर संचालक डॉ. तुषार तंवर ने दावा किया कि एक गत वर्ष में अस्पताल में जटिल रोगियों का बेहतर ईलाज किया है। ईलाज की गुणवत्ता के चलते रोगियों को गुणात्मक लाभ भी मिला है। उन्होंने कहा कि डॉ. हिमांशु तंवर ने अनेक रोगियों की एनजीओप्लासटी करके उन्हे राहत पहुंचाई, जबकि गांव गुजरानी की 85 वर्षीय महिला को पेसमेकर लगाकर नया जीवनदान दिया। डॉ. तुषार तंवर शुक्रवार को अस्पताल परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

डॉ. तंवर ने कहा कि आने वाले दिनों में अस्पताल में रेडियोलॉजी से संबंधी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा और सिटी स्कैन मशीन भी लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि नए वर्ष में डॉ. हर्षा शेखावत तंवर भी महिला रोगियों को सेवाएं देंगी। विशेष रूप से नि:संतान व बांझपन से पीडि़त महिलाओं को उनकी सेवाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में रोगियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सभी प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, रोगियों को साम्थर्य के अनुसार उपचार का परामर्श दिया जाता है, ताकि आर्थिक मोर्चे पर उन्हे परेशानी का सामना ना करना पड़े।

डॉ. तुषार ने कहा कि अस्पताल में सुविधाओं का विस्तार निरंतर क्रम मेंं किया जाएगा, ताकि रोगियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
पत्रतार वार्ता के माध्यम से डॉ. तंवर ने नागरिकों से अपील की कि सर्दी के मौसम में ह्दृय रोगियों को परेशानी हो सकती है, ऐसे में हमें तली हुई चीजें व फास्ट फूड लेने से गुरेज करना चाहिए। डॉ. हिमांशु तंवर ने कहा कि ह्दृय रोगियों के लिए समय पर दवा लेना और चिकित्सक डॉ. बताए गए नियमों पर चलने से ही बेहतर स्वास्थय रह सकता है।

इस मौके पर डॉ. हर्षा तंवर ने कहा कि आमतौर पर महिलाओं में रक्त की कमी होती है। ऐसे में उन्हे हरी सब्जियां व आयरन युक्त फल लेने चाहिए। उनका प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक महिलाओं की सामान्य डिलवरी करवाई जाए। डॉ. हर्षा ने कहा कि एक महिला अगर ऑप्रेशन द्वारा बच्चे को जन्म देती है तो उसके लिए केवल दो से तीन ही मौके होते है। वह भी चार वर्ष के बाद अगर संभव हो सकें तो सामान्य डिलीवरी की संभावना तलाशी जा सकती है।

इस मौके पर डॉ. तुषार ने कहा कि शीघ्र ही उनका अस्पताल पैनल में आ जाएगा, क्योंकि इसके लिए उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस अवसर पर चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक रोगी को राहत पहुंचाना उनका पहला लक्ष्य रहेगा।

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